दिसम्बर
The Poem Titled दिसम्बर is written by Smt. Bharti Tewari.
सतरंगी किताब लिखी हैं मैंने
इंद्रधनुष की कलम बनाकर ।
मौसम की स्याही ली है
कोहरे का है कवर लगाकर ।
सूरज को रखा हाशिये पर,
चंदा का बुकमार्क बना कर,
लिखीं है कुछ बातें सुख-दुःख की
अट्ठाईस, तीस, इकतीस दिन की।
साझी की है बातें दिल की,
पतझड़ सावन और बसंत की ।
जब भी चाहो इसको पढना ,
आंख मूंद कर तुम पढ लेना।
हर शब्द में मै ही मिलूगी,
फिर दिसम्बर का महीना बनकर।